Thursday 20 October 2016

नाहरसिंह वीर साधना 2

नाहरसिंह वीर अनेको प्रकार के है ! उनमे से एक नाहरसिंह को बाबा बडभाग सिंह जी ने पकड़ लिया था और अपना गुलाम बना लिया था क्योंकि वह लोगो को परेशान करता था ! जब बाबा बडभाग सिंह जी ने नाहरसिंह वीर को क़ैद कर लिया तो नाहरसिंह वीर ने उनसे माफ़ी मांगी और कहा मैं सदैव आपकी आज्ञा में रहूँगा ! आज हिमाचल में बाबा बडभाग सिंह जी का स्थान है और हजारो दुखी लोग उस स्थान पर जाकर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है ! नाहरसिंह वीर किसी भी बड़ी से बड़ी भूत प्रेत आदि समस्या का तुरंत निपटारा करने में सक्षम है! सिद्ध होने के बाद यह वीर पूर्ण रूप से आज्ञाकरी होता है !

यह साधना हिमाचल प्रदेश और हिमाचल के साथ सटे पंजाब के इलाके में अधिक प्रचलित है ! यही वीर सिद्ध बाबा बालक नाथ जी के मंदिर के बाहर पहरा देता है और उनके भक्तो की समस्याएँ दूर करता हैनाहरसिंह वीर की साधना करने के बाद व्यक्ति बड़े से बड़े कार्य को भी बड़ी आसानी से सिद्ध कर सकता है ! इस साधना में वीर प्रत्यक्ष होता है !


|| मन्त्र ||वीर दा वीर बाबा बडभाग सिंह दा वजीर 
हाजिर हो मेरे नाहरसिंह वीर
   
 


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विधि || 
इस मन्त्र की प्रतिदिन 21माला जाप करे ! माला कोई भी इस्तेमाल कर सकते है और आसन का भी कोई विधान नहीं है ! किसी उजाड़ स्थान में रात्रि 10 बजे के बाद आसन लगाये और आसन जाप पढ़ शरीर कीलन मन्त्र जपे और अपने चारों तरफ रक्षा घेरा बनाये ! उस घेरे के अन्दर मिटटी के बर्तन में शराब रखे और सरसों के तेल का दीपक जलाये ! फिर गुरु मन्त्र का जाप करे और गुरुदेव से मन्त्र जप की आज्ञा ले ! उसके बाद गणेश पूजन करे और मन्त्र जप करे ! जाप समाप्त होने तक किसी भी हालत में बाहर   आये, कुछ डरावने अनुभव होंगे पर किसी भी हालत में डरे नहीं और अपने गुरुदेव पर भरोसा रखे ! यह क्रिया आपको पूरे 41 दिन करनी है ! जब वीर प्रत्यक्ष हो तो वीर से इच्छित वर मांग ले और इस साधना और सिद्धि की चर्चा और अपना अनुभव गुप्त रखेइस साधना को भूलकर भी अपने घर में करे !

चेतावनी :- इस साधना को गुरु आज्ञा से ही करे अन्यथा भरी नुकसान हो सकता है ! इस वीर को सिद्ध करते हुए अनेको लोग पागल हो जाते है !

ईश्वर आप सब पर अपनी कृपा बनाये रखे !

जय सदगुरुदेव !!

1 comments so far

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