आसन विछाते हुए इस मन्त्र का जाप करे और आसन को नमस्कार करे
ॐ नमो आदेश श्री गुरूजी को,
अंतर मन्त्र ढाई कंकर
जय शिव शंकर
अब आसन पर बैठ कर आसन जाप पढ़े
सत नमो आदेश,गुरूजी को आदेश,
ॐ गुरूजी मन मारू मैदा करू,करू चकनाचूर
पांच महेश्वर आज्ञा करे तो बैठू आसन पूर
श्री नाथ जी गुरूजी को आदेश आदेश आदेश/
पूजा के बाद आसन उठाते हुए इस मन्त्र का जाप करे
आसन उठाने का मन्त्र:-
ॐ सत नमो आदेश,गुरूजी को आदेश
ॐ गुरूजी, ॐ तरो तरो महेश्वर करणी उतारो पार
संत चले घर अपने मंदिर जय जयकार
श्रीनाथजी गुरूजी को आदेश आदेश आदेश
4 comments
21 ya 41 din lgaatra jaap krne kinjarurat hai kya
महाराज आपने धुनी जलाने का शब्द तो बता दिया लेकिन आप धूनी संतोखने का शब्द भी बताईए
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