इस मन्त्र की जितनी प्रशंसा की जाए कम है ! बाबा कमाल खां जी का स्थान आगरा में है और यह बड़ी जल्दी प्रसन्न होते है ! जिनके विवाह में रुकावट आ रही हो उनके लिए यह मन्त्र संजीवनी बूटी का काम करता है ! इस मन्त्र का अनेको प्रकार से प्रयोग किया जाता है ! तांत्रिक सिद्धियों के लिए भी लोग बाबा कमाल खां का पूजन करते है ! एक मान्यता के अनुसार यदि ब्लाकी देवता रुष्ट हो जाये तो उन्हें मनाने के लिए भी बाबा कमाल खां का पूजन किया जाता है ! किसी कारण से यदि किसी का रिश्ता टूट गया हो तो इस मन्त्र के जाप से रिश्ता दोबारा जुड़ जाता है ! इस मन्त्र को अनेको कार्यो के लिए इस्तेमाल किया जाता है पर इस मन्त्र का अधिक प्रयोग विवाह मन्त्र के रूप में ही किया जाता है !
|| मन्त्र ||
मख्नो हाथी जर्द अम्बारी,
उस पर बैठी कमाल खां की सवारी,
कमाल खां कमाल खां मुग़ल पठान,
बैठे चबूतरे पढ़े कुरान,
हजार काम दुनिया का करे,
एक काम मेरा कर,
न करे तो तीन लाख तैंतीस हजार पैगम्बरों की दुहाई !
|| विधि ||
इस मन्त्र को चार प्रकार से प्रयोग किया जाता है !
1. यदि किसी के विवाह में समस्या आ रही हो तो इस मन्त्र को हररोज पांच अगरवती जलाकर सवा घंटा शाम के समय जाप करे, कुछ दिनों में रिश्ता हो जायेगा! अगर जप सुबह शाम दोनों समय करे तो और भी अच्छा है!
2. यदि आप धन की समस्या से परेशान है तो इस मन्त्र को 51 दिन में 51000 जपे आपके धन सम्बन्धी रास्ते खुल जायेंगे ! जप के समय एक इतर का फाहा रखे और उसके पास पांच लौंग और पांच बतासे रखे और फिर पांच अगरवती जलाकर जाप करे ! जाप के बाद यह सारी सामग्री जल में बहा दे ! यह जाप गुरुवार से शुरू करे और पहले दिन किसी मजार पर पांच अगरवती जलाकर एक चादर बाबा कमाल खां के नाम से चढ़ा दे और यही क्रिया अंतिम दिन भी करे !
3. ब्लाकी देवता का स्थान भी आगरा में है यदि ब्लाकी देवता रुष्ट हो जाये तो लाख यत्न करने पर भी नहीं मानते और अनेक प्रकार से व्यक्ति को कष्ट देते है, कुछ लोगो की तो मौत भी हो जाती है ! यदि ब्लाकी देवता या अन्य किसी प्रकार की भूत प्रेत आदि की समस्या हो तो एक चादर में एक कोने पर 250 ग्राम चावल बांधे, दुसरे कोने पर 11रुपये, तीसरे कोने में पांच मेवा बाँधकर रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर किसी पीर की मज़ार पर बाबा कमाल खां के नाम से चढ़ा दे और पांच अगरबती जला दे ! उसके बाद दो लड्डू रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर कहे !
ब्लाकी देवता लैना लै गहना छड्ड
ऐहो मेरी बिनती, ऐहो मेरी बिनती, ऐहो मेरी बिनती !
और लड्डू बहते पानी में बहा दे ! रोगी ठीक हो जायेगा, यह प्रयोग पांच गुरुवार करे !
4. यदि आपकी कोई इच्छा पूर्ण न हो रही हो तो 41 दिन तक लगातार पांच अगरबती जलाकर और इतर का फाहा रखकर इस मन्त्र का 108 बार जाप करे ! बाबा ने चाहा तो आपकी इच्छा जरूर पूर्ण हो जाएगी !
सदैव ईश्वरीय आनंद में रहिये और ईश्वर में समा जाईये मेरी यही कामना है !
जय सदगुरुदेव !!
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