जीवन में धन के महत्व को कोई नहीं नकार सकता और धन से सम्बंधित साधनाओ को करने के लिए दिवाली से उत्तम कोई और त्योहार हो ही नहीं सकता क्योंकि इस दिन स्वयं महालक्ष्मी धरती पर आती है और सबकी मनोकामना पूर्ण करती है ! मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी समस्या हैं निर्धनता. धन के अभाव में मनुष्य मान सन्मान प्रतिष्ठा से भी वंचित रहता है , चाहे वह कितना भी बड़ा ज्ञानी क्यों ना हो..कही मैंने सुना था की पैसा खुदा तो नहीं पर खुदा से कम भी नहीं..आज के युग में यह बात शत प्रतिशत मुझे योग्य लगती हैं......जिनके जीवन में धन का अभाव हैं...जिनका व्यापार अच्छे से नहीं चल रहा हैं जो कर्जे के चक्रव्यूह में फस गए हैं...जो लोग धन के अभाव के कारण बार बार अच्छे मोके गवा देते हैं स्वयं भी दुखी होते हैं और परिवार भी दुखी रहता हैं ..यह साधना उन सब को तो समर्पित है ही , साथ मे हमारे प्रिय साधक भाईयो को भी समर्पित है, क्योंकि धन के अभाव में साधन उपलब्ध नहीं होता और बिना साधन, साधना नहीं होती...अब आगे मैं क्या कहूं ?? पर आप स्वयं यह साधना करे फिर आपका हृदय स्वयं बोलेगा...!
|| सामग्री ||
१. सिद्ध श्रीयंत्र , पीला वस्त्र ,ताम्बे की थाली, गौ घृत के ९(नौ) दीपक , गुलाब अगरबत्ती, पीले फूलो की माला
पीली बर्फी , शुद्ध अष्टगंध
२. माला : स्फटिक या कमलगट्टा
जप संख्या : १,२५०००
३. आसन : पीला,---- वस्त्र : पीले
समय : शुक्रवार रात नौ बजे के बाद या दिवाली की रात से भी कर सकते है !
समय : शुक्रवार रात नौ बजे के बाद या दिवाली की रात से भी कर सकते है !
४. दिशा : उतराभिमुख
५. २१ दिन में साधना पूर्ण करे !
|| मंत्र ||
ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीये ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा
|| विधान ||
बाजोट पर पीला वस्त्र बिछा कर उस पर सिद्ध श्री यन्त्र स्थापित करे, पीले वस्त्र धारण कर पीले आसन पर बैठे श्री यन्त्र पर अष्टगंध का छिडकाव कर खुद अष्टगंध का तिलक करे उसके बाद ताम्बे की थाली में गाय के घी से नौ दीपक जलाये,गुलाब अगरबत्ती लगाये,प्रस्साद में पीली बर्फी रखे श्री यन्त्र पर फूल माला चढ़ाये उसके बाद मन्त्र जप करे.और माँ की कृपा को प्राप्त करे .....संकल्प करना ना भूले...माँ भगवती आप सभी को सुख समृद्धि से पूर्ण करे......!
2 comments
Bhut achi sadhna hai per yantron ko siddh kaise krta hain Guru jii !!
Ji pls कृपा aap apna pata bataiye me aapse bohat jaruri milna chahta hu mere Dost aapke paas bachpan me aate the 🙏🏻
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